Breaking

सोमवार, 24 अगस्त 2015

क्या तुम राधे माँ का भक्त नही हो ? लेकिन क्यों ?




    टीवी  पर समाचार देखा की राधे माँ को पुलिस पकड़ कर ले गयी , बहुत दुःख हुआ लेकिन बुरा तो तब लगा जब  देखा की पुलिस ने जैसे ही सवाल पूछा राधे माँ बेहोश होकर निचे गिर गयी | मुझे तो यकीन नही हो रहा था की जिसके लाखो भक्त है , जो देवी है ,  माँ है उसके साथ ये पुलिस वाले ऐसा क्यों कर रहे है ...

     मैंने भी पता लगाने के लिए कि  लोग क्या सोचते है राधे माँ के बारे में  अपने दोस्त जिससे मै हमेशा बाते किया करता हूँ  के पास गया और पूछा यार ये बताओ तुम्हे राधे माँ कैसी लगती है ..उसने बोला क्या यार ये तो हर कोई जनता है बहुत बुरी है | मुझे अच्छा तो नही लगा फिर भी मैंने पूछा क्यों क्या बुराइ है उसमे ? अरे यार छोटे कपडे पहन कर नाचती है अपने आप को देवी माँ कहती है , नही राधे माँ मैंने जवाब दिया तो इसमें बुरा क्या है आज कल तो फ़िल्मी हीरोइने भी छोटे कपडे पहन कर नाचती है , आर्केस्ट्रा में छोटे कपडे पहन कर लडकियां नाचती है |
     उसने कहा अरे यार पुरे भक्तों के बीच किसी को किस कर देती है , तो क्या हुआ भक्त भी तो उसे किस करते है वैसे भी आज कल तो पार्क में , चलती बसों में , फिल्मो में हर जगह किस करना तो आम बात हो गया है – मैंने कहा |
  तुम समझो यार सबके बीच में किसी के भी गोद में बैठ जाना ये कोई अच्छी बात है क्या ... मैंने भी कहा बोल तो सही रहे हो लेकिन भक्त खुश है और राधे माँ उनके ख़ुशी के लिए कुछ भी कर सकती है
     मेरा  दोस्त तो तो अब गुस्साने लगा बोला की तुम नही जानते हो उसी की एक भक्त ने बताया है की जो भक्त ज्यादा गहने पहना रहता है या ज्यादा अमिर दिखता है उसे लेकर एक कमरे में चली जाती है और तो और अपने आपको देवी का अवतार कहती है , अपने को राधे माँ कहलवाती है ऐसे लोगो को तो .............
    अरे अरे कहो चुप  क्यों हो गये | लेकिन मुझे समझ आ गया था की मेरे दोस्त को ही नही ऐसे बहुत से लोग है जिन्हें इस बात का बुरा नही लगता की वो सरेआम लोगो के गोद में बैठे , लोगो के बीच नाचे , सरेआम किसी  को किस करे या उनके साथ रात गुजारे पर वो अपने आप को राधे माँ या देवी का अवतार न बताये बल्कि कोई आईटम डांसर या बार डांसर बन जाये किसी कोठे के धंधे वाली बन जाये |

    लेकिन सोचने वाली बात ये है कि इतना सब जानते हुए भी हम जैसे ही लोग उसे राधे माँ और अपने को उसका भक्त कहते है ....     

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें